जब हम किसी चीज़ को पाने की चाह रखे तो हमे उसकी राह में आने बाली मुश्किलों को याद नहीं करना चाहिए उससे हमारा विश्बास कमज़ोर हो जाता है ..
हमें हमारे लक्ष्य की तरफ और उसकी बजह से मिलने बाली इज्ज़त और तारीफ़ के बारे में सोचना चाहिए इससे हमारा विश्बास और उसे पाने की चाह और बड़ जायेगी...........
लेखक
जुबैर आलम (सोनू )
हमें हमारे लक्ष्य की तरफ और उसकी बजह से मिलने बाली इज्ज़त और तारीफ़ के बारे में सोचना चाहिए इससे हमारा विश्बास और उसे पाने की चाह और बड़ जायेगी...........
लेखक
जुबैर आलम (सोनू )