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sonu's shayeri
Sunday, November 1, 2009
शायरी
ऐ दोस्त तेरे लिए तुफानो से टकराएंगे,समुन्द्र की गहराईओ मेँ उतर जाएंगे,मारने के लिऐ तलवार की जरुरत नहीँ,अपने दिल से निकाल देना हम बहीँ मर जाएंगे |
1 comment:
हरकीरत ' हीर'
November 5, 2009 at 12:55 PM
मारने के लिऐ तलवार की जरुरत नहीँ,
अपने दिल से निकाल देना हम बहीँ मर जाएंगे
बहुत खूब ....!!
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मारने के लिऐ तलवार की जरुरत नहीँ,
ReplyDeleteअपने दिल से निकाल देना हम बहीँ मर जाएंगे
बहुत खूब ....!!